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शुक्रवार, 15 दिसंबर 2017

अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (AIF) और कोका-कोला इंडिया ने लॉन्च किया ‘SMS मिशन रिसाइक्लिंग’, स्कूली बच्चों को कचरा प्रबंधन एवं रिसाइक्लिंग के प्रति जागरूक बनाया जाएगा

दिल्ली : कोका-कोला इंडिया ने अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (AIF) के साथ मिलकर आज SMS मिशन रिसाइक्लिंग शुरु करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य 5000 से अधिक स्कूलों के बच्चों को कचरा प्रबंधन के लिए जागरूक बनाना है। सपोर्ट माइ स्कूल (SMS) मिशन 1000 स्कूल्स की सफलता के बाद अब यह नया मिशन शुरु किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य भारत सरकार के स्वच्छता मिशन में योगदान देना है। इसके जरिये सही ढंग से कचरा जमा करने एवं कचरे के अलगाव पर ध्यान देना है जिसमें पॉलीथीन टेरिफ्थेलैट (PET) भी शामिल होगा।
SMS मिशन रिसाइक्लिंग पहल का उद्देश्य रिसाइक्लिंग के लिए प्रभावी ढंग से कचरा जमा करने तथा उसे अलग करने की प्रक्रियाएं अपनाते हुए बेहतर कचरा प्रबंधन पद्धतियों को बढ़ावा देना है। सरकार के स्वच्छ भारत, स्वच्छ विद्यालय मिशन से जुड़ा यह कार्यक्रम समाज में तथा स्कूलों में कचरा प्रबंधन प्रणाली स्थापित करने या इसके लिए मदद करने के लिए काम करेगा। कार्यक्रम में पहले चरण में, कोका-कोला इंडिया ने अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (AIF) के साथ भागीदारी करते हुए देशभर में 5000 से अधिक सरकारी स्कूलों के लगभग 11 लाख बच्चों तथा 1 लाख से अधिक नागरिकों के बीच सकारात्मक प्रभाव निर्माण करने का लक्ष्य रखा है। इसके अंतर्गत उन्हें सही ढंग से ठोस कचरा प्रबंधन करने के लंबी अवधि के फायदों के बारे में बताया जाएगा।
निशांत पांडे, सीईओ, अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन ने कहा, “पूरे भारत के स्कूलों में सफाई एवं स्वच्छता मुद्दों पर जागरूकता निर्माण करने के हमारे अनुभव के आधार पर, हमारा मानना है कि स्कूली छात्रों को कचरा प्रबंधन तथा रिसाइक्लिंग पद्धतियों के साथ जोड़ने से उन्हें हमारे भविष्य में स्थाई प्रक्रियाओं की विशाल भूमिका के बारे में गहरी समझ प्रदान की जा सकती है। सपोर्ट माइ स्कूल – मिशन रिसाइक्लिंग अभियान के लिए कोका-कोला के साथ भागीदारी करते हुए हम उत्साहित हैं, जिसका उद्देश्य 10 राज्यों के 5000 स्कूलों तक पहुंचना है। इस अभियायन के जरिये बच्चों को एक स्वच्छ तथा स्थाई भविष्य निर्माण करने का अवसर दिया जाएगा।”
टी. कृष्णकुमार, प्रेसिडेंट, कोका-कोला इंडिया एवं साउथ वेस्ट एशिया ने कहा, “हम यह मानते हैं कि हमारे सभी कार्यों में स्थायी विकास पर प्रमुख ध्यान होना चाहिए और हमें अपने भागीदारों के साथ मिलकर एक स्थायी भविष्य के लिए समाधान ढूंढने एवं विकसित करने के लिए काम करना ज़रूरी है। अब हम अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के साथ भागीदारी में SMS मिशन रिसाइक्लिंग लॉन्च करते हुए उत्साहित हैं। इस पहल का उद्देश्य स्कूली बच्चों और समाज में कचरा अलग करने तथा रिसाइक्लिंग करने के सही तरीकों के बारे में जागरूकता निर्माण करना है। बच्चे एक बेहतर भविष्य के लिए परिवर्तन के प्रतिनिधि हैं और उनके पास अपने समुदाय को जागरूक बनाने की क्षमता है। साथ ही, हमारे देश का भविष्य होने के नाते वे इन पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ जुड़े रहकर बड़े हो सकेंगे।”
सपोर्ट माइ स्कूल के प्रथम संस्करण ने देशभर के 1000 से अधिक स्कूलों में 3.5 लाख स्कूली बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव निर्माण किया था। इस सफर के दौरान, हजारों शौचालय, मूत्रालय और वॉश स्टेशनों का नवीनीकरण किया गया और पिछड़े स्कूलों में सैकड़ों खेल मैदान बनाए गए। सपोर्ट माइ स्कूल ने वॉश (जल, स्वच्छता एवं सफाई) की ज़रूरतों को पूरा किया तथा सरकार के ‘स्वच्छ भारत’ अभियान में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए स्कूलों को पुनर्जीवित किया है। यही स्कूल अब विभिन्न जिलों में मॉडल स्कूल की भूमिका निभा रहे हैं।
एमएसएस मिशन 1000 के प्रथम क्रियान्वयन सहयोगी चैरिटीज़ एड फाउंडेशन (CAF) के चीफ ऑपरेशनल ऑफिसर अविजीत कुमार ने कहा, “सपोर्ट माइ स्कूल एक आधुनिक अभियान है, जिसका लक्ष्य देश के हज़ारों बच्चों के जीवन में विकासात्मक बदलाव लाना है। हम इस अभियान से जुड़ने पर बेहद गौरवशाली महसूस करते हैं। बच्चों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में शिक्षित करने से लेकर उचित स्वच्छता सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए, इस अभियान ने स्कूलों में एक सकारात्मक माहौल बनाने में मदद की है। इस तरह के प्रयास हमारे देश में विस्तृत सामाजिक-आर्थिक फासलों को घटाने तथा शिक्षा की असमानता दूर करने के लिए आवश्यक हैं। देश के 1000 स्कूलों में इस अभियान का प्रभाव देखना बेहद संतोषजनक रहा है।”
भूषण तुलाधर, रीजनल टेक्निकल एडवाइज़र, साउथ एशिया – यूएन-हैबिटेट ने कहा, “सपोर्ट माइ स्कूल (SMS) अभियान के सभी भागीदारों को “SMS मिशन 1000” की सफलता के लिए हम बधाई देते हैं। यह काफी सराहनीय है कि इस अभियान ने क्षेत्र के 1100 स्कूलों में 400,000 से अधिक छात्रों तक पहुंचने में सफलता पाई है। हम इस पहल के अगले चरण – SMS मिशन रिसाइक्लिंग को अपना समर्थन जारी रखने की उम्मीद करते हैं।”
कोला-कोला इंडिया लगातार स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम कर रही है और यह कंपनी स्थायित्व पर भरपूर ध्यान देती है।

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